वरिष्ठ अध्यापक प्रतियोगिता परीक्षा पेपर लीक मामले में एसओजी (sog) ने करीब साल भर बाद बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एसओजी की जांच पहली दफा आरपीएससी के अंदर तक पहुंची है। एसओजी ने आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार है। आरपीएससी के चालक गोपाल सिंह को भी पकड़ा है।
कड़ी से कड़ी जोड़कर SOG ने पकड़ा Therefore
वहीं बाबूलाल कटारा के भांजे विजय कटारा को भी दबोचा है। एसओजी ने इसे डूंगरपुर से पकड़ा है। इससे पूर्व एसओजी ने शेर सिंह को गिरफ्तार किया था। उसी से पूछताछ के बाद यह कार्रवाई हुई है। अब इन सब से पूछताछ की जा रही है।
karnataka Election: भाजपा को झटका देते हुए जगदीश शेट्टार हुए कांग्रेस में शामिल, साफ छवि और लिंगायत नेता की पहचान
बचने के लिए मजदूर भी बने पेपर लीक करने वाले Therefore
गौरतलब है कि पेपर लीक मामले में आरोपी शेरसिंह मीणा को पिछले दिनों एसओजी ने ओडिशा में फटे कपड़ों में दिहाड़ी मजदूरी करते हुए गिरफ्तार किया था। शेरसिंह की गर्लफ्रेंड से लीड मिलने के बाद एसओजी ने ओडिशा जाकर यह कार्रवाई की थी। Therefore
शेर सिंह के कबूलनामे से आरपीएससी तक पहुंचे तार Therefore
सूत्रों के मुताबिक जयपुर के चौमू निवासी अनिल उर्फ शेर सिंह मीणा ने कबूल किया था कि उसने आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा से पेपर लिया था। इसके बाद उसने सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण को 1 करोड़ रुपए में पेपर बेचा था।
2020 में आरपीएससी के बना था सदस्य Therefore
आपको बता दें कि डूंगरपुर के बाबूलाल कटारा ने 15 अक्टूबर 2020 में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के मेंबर का कार्यभार संभाला था। बाबूलाल कटारा का चयन राजस्थान लोक सेवा आयोग के सांख्यिकी अधिकारी, आयोजना विभाग के पद पर हुआ था। Therefore